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फीवर के लिए कुछ अचूक होमियोपैथी दवाएं जिन्हें आप घर में रख सकते हैं / few best medicine for fever you should keep in your FAB

बरसात का अंत और जाते जाते वायरल फीवर का दस्तक ,आने वाले त्यौहार का मजा किरकिरा न होने दें कुछ मामूली से उपाय जिससे आप और आपके प्रियजन वायरल से न सिर्फ बचे बल्कि लोगो को भी शेयर कर  जागरूक कर दें छोटा सा प्रयास भर  है  |


डेंगू, चिकनगुनिया ,सर्दी जुकाम, पॉक्स,  पेट में दर्द वोमिटिंग के साथ, टाइफाइड  सभी से हम परहेज कर के   बच सकते हैं |

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  • पहला जो सुनते आये हैं आस पास के  जगह में साफ़ पानी इकठा न होने दें क्यूँ की साफ़ पानी में ही डेंगू का लार्वा पनपता है और बिकसित होता है |
  • सोने वक़्त नेट या गुड नाईट आल आउट या कोई भी MOSQUITO REPELLENT का प्रयोग जरूर करें 
  • साफ़ सफाई पर आज कल सरकार और हर किसी का विशेष ध्यान है इस पर धयान देना जरूरी है |
  • बहार का खाना और पानी इनदिनों आपको बीमार कर सकता है क्यूँ की अभी का वातावरण  फफूंद क लिए उपयुक्त होता और खाना जल्दी ख़राब हो जाने से  वो पेट दर्द वमन का का कारण होता है |इस लिए अभी बचे |
  • फुल और पुरे बाजू के कपडे पहने ताकि दिन में भी मछर आपको बाहर न काटे |
  • हो सके तो ताजे फलों का सेवन करें  मौसमी फल आपको रोग से लड़ने क लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएगा |
  • पानी उबाल कर क ठंडा कर के पीना सही रहेगा चाहे आप RO का ही पानी क्यूँ न पिते  हों |
आईये कुछ दावा जाने जो वायरल फीवर के आक्रामक प्रकृति से बचा सकता है |  

सबसे पहली  दावा है 
  1. EUPATORIUM PERFOLIATUM 200 : एक प्रकार का पौधा जो अमेरिका और कनाडा में मिलता है उससे उसका अर्क यानि रस को निचोड़ कर उसको एक खास बिधि द्वारा २०० पॉवर/ पोटेंसी  की दावा बनायीं जाती है | आज कल आप फेसबुक और व्हाट्सएप्प पर बहुत नाम सुना होगा की खाने से डेंगू नहीं होता और आपने शेयर भी किया होगा |तो इसमें कुछ बाते तो भ्रामक है और कुछ सही |इस दावा का लक्षण होता है ऐसा दर्द मानो शारीर कुचल दिया गया हो और सभी हड्डी टूट रही हो जो डेंगू हो जाने का बाद का लक्षण है सुरुआत के दिनों में | यहाँ पर इस दावा का बेजोड़ क्रिया है और यहाँ  इसका प्रयोग जरूर करना चाहिए |जब बुखार आएगा उस वक़्त शरीर का दर्द बढ़  जाता है उस वक़्त इसका २-३ बूद १०-१० मं के अंतराल पर देने से बहुत लाभ होता है |आप इसका प्रोयोग डेंगू होने से पहले नहीं करें क्यूँ की होमियोपैथी में LIKE CURE LIKE का सिद्ध्नत है | क्यूँ की डेंगू भी एक इन्फ्लुएंजा का रूप है तो INFLUENZIUM 200 ले सकते हैं | फिर भी अगर आप EUPATORIUM PERF 200 लेना चाहते हैं तो आप जादा से जयादा ३ खुराक ही ले २ बूँद ३ दिन तक एक बार खाली पेट बस |क्यूँ की जादा दावा डेंगू जैसे लक्षण ला सकता है आपके अन्दर  |
  2. RHUS TOXICONDRON 200 : इस दावा का भी हड्डी क ऊपर बहुत अच्छा प्रभाव है  लेकिन दोनों में ये अंतर है की ये जॉइंट यानो जोड़  पर जादा काम करता है यानी अगर फीवर के समय लम्बे हड्डी यानि LONG BONE जैसे FEMUR या ऐसे समझे तो दो जोइम्ट्स क बिच में जो हड्डी होती है उसमे दर्द है तो  उसपर EUPATORIUM PERP  का एक्शन है और जोड़ो पर रहस टक्स का इस लिए डेंगू में या जहाँ पुरे बदन में दर्द हो ,टेंडन/ मांस पेशियों / हड्डी  उस वक़्त ये दोनों दावा को साथ देने से काफी लाभ मिलता है |
  3. BAPTISIA Q :ये टाइफाइड की बेजोड़ दावा है | आप इसे १० बूद ३ बार कर क टाइफाइड के समय ले सकते हैं |
  4. CARICA PAPAYA : हाँ अगर आपको कोई  दावा डेंगू या फीवर से बचने क लिए लेना है तो आप ये ले सकते है ये आपका PLATELETS COUNTS को सामान्य रखता है अगर गिर रहा है तो बढ़ा देता है |साथ में आप TINOSPORA Q भी ले सकते है दोनों को मिक्स कर के १० बूँद तीन बार हाफ कप पानी क साथ पी सकते हैं |
बहुत सी और दवाएं हैं जिनका लक्षण के  आधार पर चुनाव किया जाता है |और सभी को बता पाना भी संभव नहीं है |फिर भी मेरा सलाह यही रहेगा की कितना भी आप इन्टरनेट से जान ले लेकिन पारंपरिक बात यानि डॉक्टर के सलाह के बगैर न कोई दावा सेवन करें न  खुद से अपना इलाज करें क्यूँ की डॉक्टर भी खुद अपने डॉक्टर मित्र से ही पूछ कर ही दावा लेता  है 



#mahaveerhomoeopatna 
#drmayankmadhu
#shivpuriclinic | 







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