swast santaan k liye nuskhe tips for delivery of healthy baby संतान की उत्त्पत्ति के लिए कुछ जरूरी नुस्खने
swast santaan k liye nuskhe tips for delivery of healthy baby हिंदी में
स्वस्थ संतान की उत्त्पत्ति के लिए कुछ जरूरी नुस्खने
स्वस्थ संतान के लिए नवमास प्रयोग
यहाँ मैं गर्व काल के लिए जो चिकित्सा क्रम दिया है उसका यथावत पालन करने से गर्व काल के दौरान न सिर्फ तकलीफों से बचे रहेंगी बल्कि होने वाली संतान स्वस्थ सुंदर और बुद्धिमान होगा |
यह चिकित्सा क्रम महान चिकित्सा ग्रन्थ चरक संहिता के शारीर के अस्थान में वर्णित है |
अगर सही से पालन किया गया तो न कैल्शियम आयरन की गोली नहीं खानी पड़ेगी |
पहला महीना | गर्भ के पहले महीने में उक्त महिला को सवेरे शाम देशी गाय के एक गिलास दूध में मिश्री मिला कर पिने के लिए देना चाहिए |
calcaria phos 6x की चार गोली दिन भर में तीन बार देनी चाहीये | इतना धयान रखें की जब भी यह दवा सेवन करें आधा घंटा कुछ न खाएं |
दूसरा महीना : गर्भ काल के दुसरे महीने में १० ग्राम शतावर का महीन चूर्ण तथा मिश्री मिला कर गाय का दूध को खूब औटायें और गुनगुना रहते ही पियें घुट घुट कर के यह सवेरे और रात को करना है |calcaria phos 6x की चार गोली दिन भर में तीन बार देनी चाहिए |इतना धयान रखें की जब भी यह दवा सेवन करें आधा घंटा कुछ न खाएं |
तीसरा महीना :महीना शुरू होत्ते ही शतावर और मिश्री के बजाये दूध में १ चम्मच गाय का घी और तीन चम्मच शहद मिला कर सवेरे शाम पीना चाहिए इतना धयान रहे की शहद मिलाते समय दूध ठंडा रहना चाहिए | शहद ठन्डे दूध क साथ ही पीना चाहिए | इस महीने से पाचन अच्छा होना जरूरी है calcaria phos 6x की चार गोली दिन भर में तीन बार देनी चाहिए |इतना धयान रखें की जब भी यह दवा सेवन करें आधा घंटा कुछ न खाएं |जारी रखें इसको भी |
चौथा महीना इस महिना में घी के बजाएं लगभग दो चम्मच मक्खन दूध के साथ सवेरे शाम सेवन करें | calcaria phos 6x की चार गोली दिन भर में तीन बार देनी चाहिए |इतना धयान रखें की जब भी यह दवा सेवन करें आधा घंटा कुछ न खाएं |
पांचवा महीना : इस महिना में सिर्फ दूध और शुद्ध गोघृत का सेवन करें |calcaria phos 6x की चागोली दिन भर में तीन बार देनी चाहिए |इतना धयान रखें की जब भी यह दवा सेवन करें आधा घंटा कुछ न खाएं |
छ्ठा महीना : दुसरे महीना वाला ही प्रयोग करना है |
सातवा महीना : छठे महीने का प्रयोग जारी रखे
|
आठवा महीना : इस महीना में हल्का हल्का और तरल आहार लेना उचित है |घी डालकर दूध दलीया का सेवन हितकर रहेगा | इस महीना में कब्ज़ पर ध्यान देना है | इस महीने से बायो केमीक नंबर 26 शुरू करना है ताकि ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़े |
नौवा महीना : बायो केमीक 26 जारी रखें |
कुछ अन्य नुस्खे
गर्भ का पता चलते ही गर्ववती स्त्री को प्रतिदिन नियमित रूप से एक चम्मच मक्खन एक चम्मच मिश्री और आधा चम्मच काली मिर्च को एक में मिला कर सबेरे खली पेट खिलाना चाहिए | इसके ऊपर से गर्ववती स्त्री को कच्चे नारियल की गिरी के कुछ टुकड़े चबा चबा कर खाना चाहिए |खाने के बाद थोड़े सौंफ के चबाने से पाचन की क्रिया ठीक रहती बल्कि अगर एक गिलास दूध पिया जाए साथ में तो इससे बच्चे न सिर्फ सुडौल और स्वास्थ और गौर वर्ण का होता है |
कुछ चीज़ जो निचे दिए गए हैं वो जयादा से जयादा कोशिश करना चाहिए खाना में शामिल करें |
इन प्रयोगों के अलावा गर्ववती स्त्री को पुरे गर्भ काल में प्रसांचित रहना चाहिए | मधुर ब्यवहार करना चाहिए |माँ के मानसिक भवनावों का गर्भस्थ शिशु पर गहरा प्रभाव पड़ता है | प्राचीन भारतीय ऋषि मुनि की इस मान्यता को अब आधुनिक बैज्ञानिक भी प्रमाणिक करने लगे हैं ऐसे में गर्भवती स्त्री को अनाप सनाप टीवी सीरियल फिल्मों से दूर रहना चाहिए |
www.drmayankmadhu.com
ज्यादा से जयादा फलों का सेवन करना चाहिए मांसाहार से बचने की कोशिस कीजिये नए जनरेशन के माताएं तम्बाकू सिगरेट को हाथ न लगाये तो ही अच्छा है क्यूँ की आज के समय इससे बाँझपन और गर्भ का गिर जाना इसका कारण बन गया है |
स्वस्थ संतान की उत्त्पत्ति के लिए कुछ जरूरी नुस्खने
स्वस्थ संतान के लिए नवमास प्रयोग
यहाँ मैं गर्व काल के लिए जो चिकित्सा क्रम दिया है उसका यथावत पालन करने से गर्व काल के दौरान न सिर्फ तकलीफों से बचे रहेंगी बल्कि होने वाली संतान स्वस्थ सुंदर और बुद्धिमान होगा |
यह चिकित्सा क्रम महान चिकित्सा ग्रन्थ चरक संहिता के शारीर के अस्थान में वर्णित है |
अगर सही से पालन किया गया तो न कैल्शियम आयरन की गोली नहीं खानी पड़ेगी |
पहला महीना | गर्भ के पहले महीने में उक्त महिला को सवेरे शाम देशी गाय के एक गिलास दूध में मिश्री मिला कर पिने के लिए देना चाहिए |
calcaria phos 6x की चार गोली दिन भर में तीन बार देनी चाहीये | इतना धयान रखें की जब भी यह दवा सेवन करें आधा घंटा कुछ न खाएं |
दूसरा महीना : गर्भ काल के दुसरे महीने में १० ग्राम शतावर का महीन चूर्ण तथा मिश्री मिला कर गाय का दूध को खूब औटायें और गुनगुना रहते ही पियें घुट घुट कर के यह सवेरे और रात को करना है |calcaria phos 6x की चार गोली दिन भर में तीन बार देनी चाहिए |इतना धयान रखें की जब भी यह दवा सेवन करें आधा घंटा कुछ न खाएं |
तीसरा महीना :महीना शुरू होत्ते ही शतावर और मिश्री के बजाये दूध में १ चम्मच गाय का घी और तीन चम्मच शहद मिला कर सवेरे शाम पीना चाहिए इतना धयान रहे की शहद मिलाते समय दूध ठंडा रहना चाहिए | शहद ठन्डे दूध क साथ ही पीना चाहिए | इस महीने से पाचन अच्छा होना जरूरी है calcaria phos 6x की चार गोली दिन भर में तीन बार देनी चाहिए |इतना धयान रखें की जब भी यह दवा सेवन करें आधा घंटा कुछ न खाएं |जारी रखें इसको भी |
चौथा महीना इस महिना में घी के बजाएं लगभग दो चम्मच मक्खन दूध के साथ सवेरे शाम सेवन करें | calcaria phos 6x की चार गोली दिन भर में तीन बार देनी चाहिए |इतना धयान रखें की जब भी यह दवा सेवन करें आधा घंटा कुछ न खाएं |
पांचवा महीना : इस महिना में सिर्फ दूध और शुद्ध गोघृत का सेवन करें |calcaria phos 6x की चागोली दिन भर में तीन बार देनी चाहिए |इतना धयान रखें की जब भी यह दवा सेवन करें आधा घंटा कुछ न खाएं |
छ्ठा महीना : दुसरे महीना वाला ही प्रयोग करना है |
सातवा महीना : छठे महीने का प्रयोग जारी रखे
|
आठवा महीना : इस महीना में हल्का हल्का और तरल आहार लेना उचित है |घी डालकर दूध दलीया का सेवन हितकर रहेगा | इस महीना में कब्ज़ पर ध्यान देना है | इस महीने से बायो केमीक नंबर 26 शुरू करना है ताकि ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़े |
नौवा महीना : बायो केमीक 26 जारी रखें |
कुछ अन्य नुस्खे
गर्भ का पता चलते ही गर्ववती स्त्री को प्रतिदिन नियमित रूप से एक चम्मच मक्खन एक चम्मच मिश्री और आधा चम्मच काली मिर्च को एक में मिला कर सबेरे खली पेट खिलाना चाहिए | इसके ऊपर से गर्ववती स्त्री को कच्चे नारियल की गिरी के कुछ टुकड़े चबा चबा कर खाना चाहिए |खाने के बाद थोड़े सौंफ के चबाने से पाचन की क्रिया ठीक रहती बल्कि अगर एक गिलास दूध पिया जाए साथ में तो इससे बच्चे न सिर्फ सुडौल और स्वास्थ और गौर वर्ण का होता है |
कुछ चीज़ जो निचे दिए गए हैं वो जयादा से जयादा कोशिश करना चाहिए खाना में शामिल करें |
- ताजा मीठा दही
- दूध चावल की खीर
- कच्चा नारियल केला तथा घी |
इन प्रयोगों के अलावा गर्ववती स्त्री को पुरे गर्भ काल में प्रसांचित रहना चाहिए | मधुर ब्यवहार करना चाहिए |माँ के मानसिक भवनावों का गर्भस्थ शिशु पर गहरा प्रभाव पड़ता है | प्राचीन भारतीय ऋषि मुनि की इस मान्यता को अब आधुनिक बैज्ञानिक भी प्रमाणिक करने लगे हैं ऐसे में गर्भवती स्त्री को अनाप सनाप टीवी सीरियल फिल्मों से दूर रहना चाहिए |
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ज्यादा से जयादा फलों का सेवन करना चाहिए मांसाहार से बचने की कोशिस कीजिये नए जनरेशन के माताएं तम्बाकू सिगरेट को हाथ न लगाये तो ही अच्छा है क्यूँ की आज के समय इससे बाँझपन और गर्भ का गिर जाना इसका कारण बन गया है |
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